कितनी अजीब है इस शहर की तन्हाई भी, हजारों लोग हैं मगर कोई उस जैसा नहीं है। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 एक तेरे ना होने से बदल जाता है सब कुछ कल धूप भी दीवार पे पूरी नहीं उतरी। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 दिल गया तो कोई आँखें भी ले जाता, फ़क़त एक ही तस्वीर कहाँ तक देखूँ। 🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 कभी जब गौर से देखोगे तो इतना जान जाओगे, कि तुम्हारे बिन हर लम्हा हमारी जान लेता है। 🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 कोई रफ़ीक़ न रहबर न कोई रहगुज़र, उड़ा के लाई है किस शहर में हवा मुझको। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 जगमगाते शहर की रानाइयों में क्या न था, ढूँढ़ने निकला था जिसको बस वही चेहरा न था, हम वही, तुम भी वही, मौसम वही, मंज़र वही, फ़ासले बढ़ जायेंगे ...